शातिर जाल: कहीं आप भी तो शिकार नहीं?

शातिर जाल: कहीं आप भी तो शिकार नहीं? हम एक ऐसे समाज में रहते हैं जहाँ हर कोई आगे बढ़ना चाहता है, सफलता की ऊँचाइयों को छूना चाहता है। लेकिन इस दौड़ में, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो दूसरों की सफलता से जलते हैं, उनकी प्रगति को देखकर ईर्ष्या से भर जाते हैं। वे खुद कुछ करने के बजाय दूसरों को नीचा दिखाने, उनकी छवि खराब करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने की साजिश रचते हैं। शातिर लोगों की पहचान: झूठी बातें फैलाना: ये लोग दूसरों के बारे में झूठी अफवाहें फैलाकर उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश करते हैं। वे ऐसी कहानियाँ गढ़ते हैं जिनमें सच्चाई का कोई अंश नहीं होता, लेकिन सुनने वालों को वे एकदम असली लगती हैं। लोगों को भड़काना: ये लोग दूसरों को आपके खिलाफ भड़काकर उन्हें आपके दुश्मन बनाने की कोशिश करते हैं। वे आपकी कमियों को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं और लोगों को आपके खिलाफ उकसाते हैं। पीठ पीछे बुराई करना: ये लोग आपके सामने मीठी-मीठी बातें करते हैं, लेकिन पीठ पीछे आपकी बुराई करते हैं। वे आपकी कमजोरियों का फायदा उठाकर दूसरों के सामने आपकी छवि खराब करते हैं। चालाकी से जाल बिछाना: ये लोग बड़ी चालाकी...